Startup Story of Jeff bezos(Founder of Amazon)
Amazon को शुरू करने वाले जैफ बेजोस ने कम्प्यूटर इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी. साल 1994 में वे वॉलस्ट्रीट (न्यूयॉर्क) में बैंकर्स ट्रस्ट कंपनी में अच्छे पद पर काम किया करते थे। जिस दौरान वे अमेरिका में घूमे और उस दौरान लोगों की खरीदारी में होने वाली समस्याओं के बारे में जाना और फिर उनकी परेशानी को दूर करने के लिए उन्होंने research करना start कर दिया। उन्हें समझ आया कि इंटरनेट के बढ़ते दौर में ई-मार्केटिंग कंपनी का भविष्य बेहतर रहेगा और फिर इनकी इसी सोच से amazon comapny की शुरुआत हुई।
30 साल के जैफ बेजोस ने 90 के दशक में नौकरी छोड़, पेरेंट्स के घर के गैराज से काम शुरू किया। जैफ बेजोस ने एकेडमी ऑफ अचीवमेंट से interview में कहा था कि Amazon.com की शुरुआत में पेरेंट्स ने बड़ा अमाउंट इन्वेस्ट किया था. उन्होंने मुझपर भरोसा कर अपनी तमाम जिंदगी की सेंविंग खर्च की थी. जैफ बेजोस की ईमार्केट कंपनी पूरी तरह से इंटरनेट बेस्ड थी और उस समय के लिहाज से ये नया कॉन्सेप्ट था और साथ ही आठ उस टाइम internet को कोई जानता भी नहीं था। उनके पिता का पहला सवाल भी यही था की इंटरनेट क्या है?
जैफ के पेरेंट्स उनकी कंपनी और कॉन्सेप्ट पर नहीं, बल्कि खुद बेजोस के काम पर शर्त लगा रहे थे. तब जैफ ने उन्हें बताया था कि 70 फीसदी चांस हैं कि उनका सारा पैसा डूब जाएगा। जो कि कुछ हजार डॉलर था, पर फिर भी उन्होंने फिर भी इन्वेस्ट किया।
शुरुआत में उन्होंने ऑनलाइन बेचे जा सकने वाले 20 प्रॉडक्ट्स की लिस्ट तैयार की और उस समय उनका मुख्य फोकस किताबें बेचने पर था। केवल दो हफ्ते में ही उनकी कंपनी की हर हफ्ते 20 हजार डॉलर की कमाई होने लगी थी।
अगले की साल 1995 में amazon पर अमेरिका कंपनी क्लेनिर पर्किन्स कॉफील्ड एंड बायर्स ने पैसा लगाया। फिर 1997 में अमेजन ने अपनी पूंजी बढ़ाने के लिए शेयर बाजार से पब्लिक का लेकर इन्वेस्ट किया और फिर 1999 में अमेजन ने ‘क्लेनिर पर्किन्स’ के पैसे पर 55000% रिटर्न क्रिएट किया।
शुरुआती दो महीनों में ही amazon ने हर हफ्ते 20 हजार डॉलर की दर से सामान बेचा। जिससे कंपनी आगे बढ़ती गई ओर अमेजन लॉन्ग टर्म प्रोफिट पर यकीन करती है। ये थी amazon की startup कहानी ऐसी ही startup story देखने के लिए व्यापर की बात के यूट्यूब चैनल फॉलो करे।